परन्तु नालायक से दोस्ती करके छोड़ देना उससे भी ज्यादा ग़लत है। परन्तु नालायक से दोस्ती करके छोड़ देना उससे भी ज्यादा ग़लत है।
प्रशांत जब कभी बहुत खुश होता , उसे कहीं सफलता मिलती या जब कभी भी निराशा हाथ लगती या वो प्रशांत जब कभी बहुत खुश होता , उसे कहीं सफलता मिलती या जब कभी भी निराशा हाथ लगती...
मैं अध्ययन क्षेत्र में रही ।अठ्ठारह साल अध्यापिका रही ,कई प्राईवेट स्कूल में घर में ट्य मैं अध्ययन क्षेत्र में रही ।अठ्ठारह साल अध्यापिका रही ,कई प्राईवेट स्कूल में घर ...
और फिर मैं इस जगह आई आपलोगों से मिलने के बाद आपके परिवार को इतने अच्छे से रहते देख धीर और फिर मैं इस जगह आई आपलोगों से मिलने के बाद आपके परिवार को इतने अच्छे से रहते द...
पहले उनसे पूछा था और वह बस इतना कहती है कि यह अब के बारे में भूल गया है। पहले उनसे पूछा था और वह बस इतना कहती है कि यह अब के बारे में भूल गया है।
वर्तमान घर की स्थिती को बताती है ये कहानी वर्तमान घर की स्थिती को बताती है ये कहानी